1- आंध्र प्रदेश सरकार ने कोरिंगा वन्यजीव अभयारण्य के मैंग्रोव वनो को UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट मे शामिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और इसके लिए सरकार ने सात सदस्य समिति बनाई है। यह समिति कोरिंगा के गोदावरी मैंग्रोव्स को वल्र्ड हेरिटेज स्टेट्स दिलाने के लिए जरूरी शर्तों को पूरा करने के बारे में सुझाव देगी। कोरिंगा के मैंगोव्र भारत में दूसरे सबसे बडे मैंग्रोव वन हैं। यह वृक्षो की 24 प्रजातियां मिलती हैं। यह वन गोदावरी नदी के मुहाने पर है। इन्हें मादा वनों के नाम से भी जाना जाता है।
कोरिंगा वन्यजीव अभयारण्य मैं पक्षियों की अनेक प्रजातियां मिलती हैं। यहां लोंग बिल्ड वल्चर, स्पॉट बिल्ड पेलिकन और वाइट इबिस जैसे पक्षियों की संकटग्रस्त प्रजातियां मिलती हैं। यहां गोल्डन जैकाल, समुद्री कछुआ, फिशिंग कैट, स्मूथ कोटेड ऑटर की संख्या भी मिलती हैं। अगर इस अभयारण्य को वर्ल्ड हेरिटेज साइट स्टेटस का दर्जा मिल जाता है तो यहां पर्यटन के विकास और मैंग्रोव्स मे वन्य जीव के संरक्षण में यूनेस्को सहायता करेगा।
2- 21 जून को दुनिया भर में पांचवा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। झारखंड की राजधानी रांची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हजारों लोगों ने योग के कई आसन किए।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2019 के लिए रांची को होस्ट सिटी बनाया गया। संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्यालय में 20 जून को ही योग दिवस का आयोजन किया गया था।
संयुक्त राष्ट्र संत मुताबिक इस साल योग दिवस की थीम है "Yoga for Climate Action"।
भारत में योग दिवस के आयोजन की जिम्मेदारी आयुष मंत्रालय संभालता है। इस साल योग दिवस के आयोजन को "Yoga with Gurus" का नाम दिया गया।
दिसंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया था। लिहाजा 2015 से ही दुनिया भर में इस दिन का आयोजन किया जाता हैं। 2016 में यूनेस्को ने योग को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर का दर्जा दिया था।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का मकसद योग जैसी प्राचीन पद्धति के बारे में जागरूकता फैलाना है ताकि मानव शरीर स्वस्थ और निरोगी बन सके।
यह टूल नीति-निर्माताओं और स्वास्थ्यकर्मियों को एंटीबायोटिक्स के सुरक्षा तथा प्रभावी इस्तेमाल के लिए दिशा निर्देश देगा। इस टूल के तहत एंटीबायोटिक दवाओं को तीन वर्ग में रखा गया है।
- Access group
- Watch group
- Reserve group
Watch group मैं शामिल दवाएं हमेशा स्वास्थ देखभाल प्रणाली में मौजूद रहेंगी। जबकि Reserve group में रखी गई दवाओं का इस्तेमाल अंतिम विकल्प के तौर पर किया जाएगा।
इस कैंपेन के तहत Accesa group में शामिल एंटीबायोटिक का इस्तेमाल कम-से-कम 60℅ तक बहाने का लक्ष्य रखा गया है। जबकि Watch और Reserve group के एंटीबायोटिक्स इस्तेमाल घटाने का लक्ष्य है।
वर्तमान समय में एंटीबायोटिक्स के प्रति प्रतिरोधक क्षमता का विकास स्वास्थ्य के लिए बड़ी चुनौती के रूप में उभरा है। लिहाजा 'AWaRe' टूल नीति-निर्माताओं और स्वास्थ्य कर्मियों को सही समय के लिए सही एंटीबायोटिक चुनने में मदद करेगा
4- दुनिया भर में विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता बताने वाली "QS World Ranking 2020" जारी कर दी गई हैं।
टॉप यूनिवर्सिटी में अमेरिका की Massachusetts Institute of Technology (MIT) इसने अपना वर्चस्व कायम रखा है। पिछले कई सालों से या संस्थान पहले पायदान पर काबिज है।
पिछले साल कितने साल भी अमेरिका स्थित Stanford University को दूसरे और Harvard University को तीसरे स्थान पर जगह मिली है।
अगर भारत की बात करें तो भारत के 3 संस्थानों को शीर्ष 200 संस्थानों में जगह मिली है। इसमें IIT बॉम्बे को 152वे, IIT दिल्ली को 182वें और बंगलुरू स्थित IISc (Indian Institute of Science) को 184वें स्थान पर जगह मिली हैं। पिछले साल IIT दिल्ली की जगह IIT मद्रास को टॉप 200 में जगह मिली थी। रैंकिंग में भारत के 23 संस्थानों को शीर्ष 1000 संस्थानों में जगह मिली है; जबकि पिछले साल 24 संस्थानों को जगह दी गई थी।
QS एक वैश्विक उच्च शिक्षण संस्थान है। जिसकी स्थापना 190 में की गई थी।
इसका मकसद दुनिया भर के छात्रों और पेशेवरों कि बेहतर संस्थानों के चयन में मदद करना है।




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